Prbhat kumar

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किस्से कहानी




अजी किस्से कहानी के,वो दिन वापस ना आयेंगे।
हुआ नवयुग जमाना ये,महज अब कार्टून दिखायेंगे।

कृत्रिम वस्तु मिलेगी आज,हर घर और हर कर में।
हुए माँ बाप स्वयं में व्यस्त,बच्चे मोबाइल चलायेंगे।

स्वतन्त्र बच्चे हुए इतना कहाँ,पढ़ने में मन लगाते है।
जो मौखिक प्रश्न पूछो इनसे तो,झट गूगल से बतायेंगे।

अभी ये नन्हे पौधे है,टहनियाँ आने में बाकी हैं।
जड़े मजबूत होने दो जरा,यही हवा से बातें करेंगे।

स्वरचित एवं मौलिक रचना 
नाम:- प्रभात गौर 
पता:- नेवादा जंघई प्रयागराज उत्तर प्रदेश 
मोबाइल नं:- 9889728447

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9 Comments

shweta soni

24-Jul-2022 09:35 PM

Nice

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Khushbu

24-Jul-2022 02:50 PM

बहुत ही सुन्दर

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Seema Priyadarshini sahay

24-Jul-2022 12:57 PM

बहुत खूबसूरत

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